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सूर्या वाले शर्माजी के खिलाफ केस दर्ज करने की दी गई तहरीर

सूर्या वाले शर्माजी के खिलाफ केस दर्ज करने की दी गई तहरीर

-उमरी निवासी आंनद कुमार पुत्र बिरंगी लाल का कहना है, कि न्यूरो का सर्जन न होते हुए भी पिता का न्यूरो का आपरेशन कर दिया, जिसके चलते पिता की मृत्यु हो गई

-तहरीर में गामा शर्मा, उषा शर्मा और डा. शशिकांत शर्मा को पिता की मौत का जिम्मेदार बताते हुए आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई

-कहा कि आपरेशन से पहले गामा शर्मा और उषा षर्मा ने बताया था, कि डा. शशिकांत शर्मा न्यूरो के सर्जन, जबकि आर्थो के सर्जन, आपरेशन के लिए 40 हजार जमा करवाया

बस्ती। आखिर जिले के डाक्टरों को हो क्या गया है। कोई बिना न्यूरो की डिग्री के आपरेशन  और कोई सर्जन होते हुए भी रेडियोलाजिस्ट से आपरेशन करवा देता हैं, तो कोई दूसरे जिले से लाकर आपरेशन कर दे रहा हैं, मरीज के परिजन हजारों रुपया आपरेशन और इलाज पर  खर्च कर रहे, खेत-जमीन बेचकर भी जान बचाने के लिए पानी की तरह पैसा बहाते हैं, लेकिन अंत में उसे डेड बाडी थमा दिया जाता है। डाक्टर्स सारी भी नहीं कहते, इतना तक नहीं कहते कि हमने तो अथक प्रयास किया, लेकिन मरीज की जदृान नहीं बचा सकें। जीवनभर की पंूजी लगाने के बाद भी अगर परिजन अगर नामचीन अस्पताल से रोता हुआ निकलता है, तो ऐसी डिग्री के होने से क्या फायदा, कांपलीकेशन वाले केस में तो कुछ भी हो सकता है, लेकिन अगर फोड़ा जैसे मामूली केस में किसी की जान जाती है, तो आपरेषन करने वाले डाक्टर के डिग्री और उसकी योग्यता पर सवाल उठना लाजिमी हैं। इसी तरह का एक और मामला सामने आया। मामला ग्राम उमरी थाना कोतवाली के आंनद कुमार पुत्र बिरंगी का सामने आया। इनकी गलती यह थी कि यह अपने पिता को लेकर सूर्या आर्थोपेडिक एंड स्पाइलन सेंटर आपरेशन के लिए ले गए, इनका मामला न्यूरो सर्जन का था, लेकिन गामा शर्मा और उषा शर्मा के द्वारा बताया गया कि डा. शशिकांत शर्मा न्यूरो के सर्जन हैं, आपरेषन में कोई दिक्कत नहीं होगी। जब कि बाद में पता चला कि इनके पास तो सिर्फ आर्थो सर्जन की ही डिग्री है। नतीजा गलत आपरेशन कर दिया और बिरंगी की मौत हो गई। क्या आईएमए वाले इसे जस्टीफाइ कर पाएगे? बहरहाल, इनके यहां यह कोई पहला मामला नहीं हैं, इन्हीं के यहां एक व्यक्ति की हडडी का आपरेशन करना कहीं और था, और कर दिया कहीं और, जिसे सही कराने के लिए मरीज को लखनऊ ले जाना पड़ा। शिकायतकर्त्ता आंनद कुमार का कहना है, कि बिना डिग्री व प्रशिक्षण किए गलत आपरेशन के कारण पिता की मौत हो गई, जिसके लिए तीनों जिम्मेदार है। कहा कि अगर एफआईआर नहीं लिखा गया तो मामले को कोर्ट में लेकर जाएगें।

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वेलडन डा. अभिजात कुमार एंड टीम

एक नंबर का पैसा मेडिकल कालेज से, दो का प्राइवेट नर्सिगं होम से!

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