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सीडीओ’ ‘एडीएम’ और ‘एसडीएम’ नहीं कर ‘सकेगें’ ‘अस्पतालों’ की ‘जांच’!

सीडीओ’ ‘एडीएम’ और ‘एसडीएम’ नहीं कर ‘सकेगें’ ‘अस्पतालों’ की ‘जांच’!

-नई व्यवस्था के तहत अब कमिष्नर और डीएम को छोड़कर अन्य कोई भी प्रशासनिक और बीडीओ सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पताल की न तो जांच कर सकता, और न गैरहाजिर ही कर सकता

-पीएमएस सवंर्ग की आपत्ति पर स्वास्थ्य मंत्री की ओर से जारी हुआ आदेश, कमिष्नर और डीएम के आलावा एडी, जेडी, एसीएमओ एवं डिप्टी सीएमओ ही चेंकिगं कर सकेगंे

-कहा गया कि निम्न ग्रेड के प्रशासनिक अधिकारियों का उपस्थित का सत्यापन करना और निरीक्षण करना औचित्य नहीं, इस लिए कमिष्नर और डीएम के अतिरिक्त स्वास्थ्य ईकाइयों का निरीक्षण और हाजीरी का सत्यापन केवल पीएमएस सवंर्ग के वरिष्ठ अधिकारी ही करेगें

बस्ती। अगर विभागीय मंत्री का आदेश को अमल में लाया गया तो भविष्य में कमिष्नर और डीएम को छोड़कर अन्य कोई भी प्रशासनिक और बीडीओ सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पताल का न तो जांच कर सकेगें और न गैरहाजिर ही कर सकेगें। पीएमएस सवंर्ग की आपत्ति पर स्वास्थ्य मंत्री की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, कि कमिष्नर और डीएम के आलावा एडी, जेडी, एसीएमओ एवं डिप्टी सीएमओ ही चेंकिगं कर सकेगंे। कहा गया कि निम्न ग्रेड के प्रशासनिक अधिकारियों का उपस्थित का सत्यापन करना और निरीक्षण करना औचित्य नहीं, इस लिए कमिष्नर और डीएम के अतिरिक्त स्वास्थ्य ईकाइयों का निरीक्षण और हाजीरी का सत्यापन केवल पीएमएस सवंर्ग के वरिष्ठ अधिकारी ही करेगें।

प्रदेश के चिकित्सा व स्वास्थ्य महानिदेशक ज्ञान प्रकाश की ओर से जारी पत्र में कहा गया है, कि पीएमएस संघ के पदाधिकारियों की प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री के साथ हुई बेैठक में दिए गए निर्देशों का अनुपालन किए जाने के लिए प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को लिखा गया है। कहा कि पीएमएस संघ की ओर से कहा गया अन्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा चिकित्सालयों द्वारा उपस्थित का सत्यापन व निरीक्षण प्रांतीय चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवा सवंर्ग के प्रदेश, मंडल एवं जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारियों से ही कराए जाने की मांग की। कहा गया कि वर्तमान में जिला अस्पताल, सीएचसी एवं पीएचसी के चिकित्सकों की उपस्थित के औचक निरीक्षण के लिए सीडीओ, एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार, लेखपाल और कानूनो के द्वारा करा लिया जाता है, निरीक्षण के दौरान अर्मादित आचरण भी किया जाता है। कहा गया कि निदेशक, अपर निदेशक, सीएमओ, मंडलीय संयुक्त निदेशक, एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ कार्यरत होते हैं, जिनसे चिकित्सालय प्रशासन, पिरीक्षण, अनुश्रवण एवं मूल्यांकनका कार्य संपादित कराया जाता है। कहा कि किसी भी कनिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण और हाजरी सत्यापन करना, चिकित्साधिकारियों का मनोबल गिरता। इस लिए कमिष्नर और डीएम के अतिरिक्तअस्पतालों का निरीक्षण एवं हाजरी सत्यापन का कार्य केवल पीएमएस संवर्ग के वरिष्ठ अधिकारियों से ही कराया जाए।

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